लैंगिक समानता और सुधार प्रक्रिया

संयुक्त राष्ट्र सुधार के लिए सभी स्तरों पर लैंगिक समानता अनिवार्य है। यह संस्थान की आधुनिकता में योगदान देगा। लैंगिक समानता उन लोगों के जीवन में संगठन की विश्वसनीयता और प्रभाव के लिए महत्वपूर्ण है जिन लोगों के लिए संगठन कार्य करता है।

अमीना मोहम्मद (बीच में) और शेफ द कैबिनेट मारिया लुइजा रिबेरो वियोट्टी सहित नेतृत्व समूह की सदस्यों के साथ महासचिव अंटोनियो गुटेरेस उप महासचिव

 

लैंगिक समानता रणनीति का उद्देश्य एक ऐसे संयुक्त राष्ट्र का निर्माण करना है जो अधिक विविध, समावेशी तथा लैंगिक रूप से संतुलित हो और अपने सभी कर्मचारियों के लिए कार्य करे। इसमें नौकरियों पर रखना और बहाली, विशेष उपाय करना, भर्ती में बिना इरादा भेदभाव को लक्षित करना, और अनुकूल कार्यगत परिवेश का निर्माण करना शामिल है।

लैंगिक समानता के लिए एकजुटता के संबंध में अधिक जानें।

मुख्य प्राथमिकताएं

संयुक्त राष्ट्र व्यापी लैंगिक समानता की रणनीति निम्नलिखित क्षेत्रों में विशिष्ट प्रतिबद्धताओं के साथ महिलाओं और पुरुषों के लिए समान प्रतिनिधित्व का लक्ष्य निर्धारित करती है: नेतृत्व और जवाबदेही, वरिष्ठ प्रबंधन, भर्ती और बहाली, अनुकूल परिवेश का निर्माण और फील्ड के कार्य। यह केवल मात्रात्मक लक्ष्यों को हासिल करना भर नहीं है बल्कि एक समावेशी कार्यस्थल को पोषित करना और संस्थागत संस्कृति को इस प्रकार रूपांतरित करना है ताकि संगठन अपना जनादेश पूर्ण रूप से हासिल कर सके।

निवर्तमान प्रगति

महासचिव के वरिष्ठ प्रबंधन समूह और स्थानीय समन्वयकों के स्तर तक लैंगिक समानता कायम हो चुकी है। सभी सचिवालयी इकाइयों ने इस रणनीति के लिए अपनी कार्यान्वयन योजनाएं बनाई हैं और सभी स्तरों पर लैंगिक समानता हासिल करने के लिए लक्ष्य निर्धारित किए हैं। वर्तमान में संगठन के इतिहास में महिलाएं सर्वाधिक संख्या में शांति अभियान प्रमुख और उप प्रमुख हैं।