अंतर्राष्‍ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ)

भारत में उपस्थिति: 1928 से

परिचय: अंतर्राष्‍ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) काम की दुनिया के लिए संयुक्‍त राष्‍ट्र की एजेंसी है। यह अंतर्राष्‍ट्रीय श्रम मानक तय करती है, काम की जगह पर अधिकारों को प्रोत्‍साहित करती है और रोजगार के उत्‍कृष्‍ट अवसरों के लिए प्रोत्‍साहित करती है, काम से जुड़े मुद्दों पर संवाद को पुष्‍ट करना तथा सामाजिक संरक्षण बढ़ाना। आईएलओ का अनूठा त्रिपक्षीय ढांचा है जिसमें सरकारें, नियोक्‍ता और श्रमिक प्रतिनिधि एकजुट होते हैं। आईएलओ का सामाजिक न्‍याय को शांति की बुनियाद मानने के अधिकार क्षेत्र ने आज सबके लिए उत्‍कृष्‍ट कार्य का रूप ले लिया है। उत्‍कृष्‍ट कार्य को वैश्विक लक्ष्‍य मान लिया गया है जिसके संवर्द्धन का मतलब सामाजिक और आर्थिक लक्ष्‍यों के सामंजस्‍यपूर्ण मिश्रण के जरिए आर्थिक वृद्धि और समानता के लिए प्रयास करना और स्वतंत्रता समानता, सुरक्षा और गरिमा की परिस्थितियों में उत्‍कृष्‍ट तथा सार्थक कार्य प्राप्‍त करने हेतु सभी महिलाओं और पुरुषों के लिए अवसरों में योगदान करना।

फिल्‍म देखें ‘आईएलओ एट वर्क

स्‍थान: नई दिल्‍ली, भारत

फोकस के क्षेत्र: बाल मजदूरी, रोजगार संवर्द्धन, बराबरी और भेदभाव, पर्यावरण अनुकूल रोजगार, अनौपचारिक अर्थव्‍यवस्‍था, अंतर्राष्‍ट्रीय श्रम मानक, श्रमिक प्रवासन, काम के दौरान सुरक्षा और स्‍वास्‍थ्‍य, कौशल और रोजगार पाने की योग्‍यता, श्रमिक और नियोक्‍ता संगठन।

नोडल मंत्रालय: श्रम एवं रोजगार मंत्रालय

प्रमुख प्रकाशन: वर्ल्‍ड ऑफ वर्क रिपोर्ट्स

वेबसाइट: http://www.ilo.org/india

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