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भारत में उपस्थिति: 1949 से
परिचय: युनिसेफ को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने बाल अधिकारों के संरक्षण की हिमायत करने, उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में मदद देने तथा उनकी प्रतिभा के पूर्ण विकास के अवसरों का विस्तार करने का दायित्व सौंपा है। युनिसेफ, बाल अधिकार समझौते से मार्गदर्शन लेता है और बाल अधिकारों को चिरंतन नैतिक सिद्धांतों तथा बच्चों के प्रति व्यवहार के अंतर्राष्ट्रीय मानकों के रूप में स्थापित करने के लिए प्रत्यनशील रहता है। युनिसेफ, देशों, विशेषकर विकासशील देशों की मदद के लिए राजनीतिक संकल्प एवं सामग्री संसाधन जुटाता है, बच्चों को पहला अधिकार दिलाता है और बच्चों तथा उनके परिवारों के लिए उपयुक्त नीतियां बनवाने तथा सेवाएं प्रदान करने की देशों की क्षमता का निर्माण करता है। युनिसेफ सबसे अधिक वंचित बच्चों- युद्ध, आपदा, निपट गरीबी, हर प्रकार की हिंसा और शोषण तथा विकलांगता से पीड़ितों- के लिए विशेष संरक्षण सुनिश्चित करने के प्रति संकल्पबद्ध है। युनिसेफ बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए आपात् स्थितियों में कार्रवाई करता है।
स्थान:
फोकस के क्षेत्र: बाल विकास और पोषाहार; बाल संरक्षण; शिक्षा; बाल पर्यावरण; पोलियो उन्मूलन; प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य; बच्चे और एड्स; सामाजिक नीति, नियोजन, निगरानी एवं मूल्यांकन; हिमायत और भागीदारी; आचरण परिवर्तन संदेश; आपात स्थिति तैयारी और कार्रवाई
नोडल मंत्रालय: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
प्रमुख प्रकाशन: द स्टेट ऑफ द वर्ल्ड चिल्ड्रन्; प्रोग्रेस फॉर चिल्ड्रन्स
वेबसाइट: http://unicef.in/
संपर्क करें:
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