यूएन वुमैन

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भारत में उपस्थिति: 1988 से (यूनिफैम के रूप में)

परिचय: यूएन वुमैन की स्‍थापना संयुक्‍त राष्‍ट्र सुधार एजेंडा के तहत हुई। उसमें लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण से संबद्ध संसाधनों एवं अधिकार क्षेत्र को एक साथ जोड़ा गया जिससे असर अधिक हो सके। भारत में यूएन वुमैन भारत सरकार और प्रबुद्ध समाज के साथ मिलकर लैंगिक समानता हासिल करने के लिए राष्‍ट्रीय मानक तय करने पर काम कर रहा है। यूएन वुमैन का काम महिला किसानों और हाथ से मैला साफ करने वालों को समर्थन देने के जरिए महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को मजबूत करना है। इसकी एक और प्राथमिकता घरेलू हिंसा से लेकर तस्‍करी और सार्वजनिक स्‍थलों पर हिंसा बंद कराना है। यूएन वुमैन राजनीति और निर्णय प्रक्रिया में महिलाओं को अधिक भागीदारी दिए जाने की वकालत करता है और नीति आयोग जैसी नियोजन संस्‍थाओं के साथ यह सुनिश्चित करने के लिए काम करता है कि नीतियों और बजट में महिलाओं की आवश्‍यकताओं की झलक मिले। शांति और सुरक्षा के मामले में अपने काम के तहत यूएन वुमैन शांति रक्षकों को संघर्ष से जुड़ी यौन हिंसा का पता लगाने और उसे रोकने का प्रशिक्षण देता है। भूटान, मालदीव और श्रीलंका में यूएन वुमैन संयुक्‍त राष्‍ट्र तंत्र, सरकारों और प्रबुद्ध समाज के साथ तालमेल रखते हुए यह सुनिश्चित करने का काम करता है कि महिलाएं विकास में बराबर की भागीदार हो जाएं।

स्‍थान: नई दिल्‍ली, भारत

फोकस के क्षेत्र: महिलाओं के प्रति हिंसा समाप्‍त कराना; महिलाओं के लिए नेतृत्‍व और भागीदारी को बढ़ावा देना; राष्‍ट्रीय नियोजन और बजटिंग; महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण; शांति और सुरक्षा

नोडल मंत्रालय: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय

प्रमुख प्रकाशन: प्रोग्रेस ऑफ द वर्ल्‍ड्स वुमैन

वेबसाइट: http://asiapacific.unwomen.org/

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